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Sura 2
Aya 157
157
أُولٰئِكَ عَلَيهِم صَلَواتٌ مِن رَبِّهِم وَرَحمَةٌ ۖ وَأُولٰئِكَ هُمُ المُهتَدونَ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

उन्हीं लोगों पर उनके परवरदिगार की तरफ से इनायतें हैं और रहमत और यही लोग हिदायत याफ्ता है