4فيها يُفرَقُ كُلُّ أَمرٍ حَكيمٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीइसी रात को तमाम दुनिया के हिक़मत व मसलेहत के (साल भर के) काम फ़ैसले किये जाते हैं