5أَمرًا مِن عِندِنا ۚ إِنّا كُنّا مُرسِلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीयानि हमारे यहाँ से हुक्म होकर (बेशक) हम ही (पैग़म्बरों के) भेजने वाले हैं