35وَزُخرُفًا ۚ وَإِن كُلُّ ذٰلِكَ لَمّا مَتاعُ الحَياةِ الدُّنيا ۚ وَالآخِرَةُ عِندَ رَبِّكَ لِلمُتَّقينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर सोने द्वारा सजावट का आयोजन भी कर देते। यह सब तो कुछ भी नहीं, बस सांसारिक जीवन की अस्थायी सुख-सामग्री है। और आख़िरत तुम्हारे रब के यहाँ डर रखनेवालों के लिए है