31فَحَقَّ عَلَينا قَولُ رَبِّنا ۖ إِنّا لَذائِقونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअन्ततः हमपर हमारे रब की बात सत्यापित होकर रही। निस्संदेह हमें (अपनी करतूत का) मजा़ चखना ही होगा