30وَما كانَ لَنا عَلَيكُم مِن سُلطانٍ ۖ بَل كُنتُم قَومًا طاغينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हमारा तो तुमपर कोई ज़ोर न था, बल्कि तुम स्वयं ही सरकश लोग थे