You are here: Home » Chapter 30 » Verse 15 » Translation
Sura 30
Aya 15
15
فَأَمَّا الَّذينَ آمَنوا وَعَمِلُوا الصّالِحاتِ فَهُم في رَوضَةٍ يُحبَرونَ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

अतः जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए, वे एक बाग़ में प्रसन्नतापूर्वक रखे जाएँगे