14وَيَومَ تَقومُ السّاعَةُ يَومَئِذٍ يَتَفَرَّقونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर जिस दिन वह घड़ी आ खड़ी होगी, उस दिन वे सब अलग-अलग हो जाएँगे