27۞ قالَ سَنَنظُرُ أَصَدَقتَ أَم كُنتَ مِنَ الكاذِبينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउसने कहा, "अभी हम देख लेते है कि तूने सच कहा या तू झूठा है