64لَهُ ما فِي السَّماواتِ وَما فِي الأَرضِ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَهُوَ الغَنِيُّ الحَميدُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजो कुछ आसमानों में है और जो कुछ ज़मीन में है (ग़रज़ सब कुछ) उसी का है और इसमें तो शक ही नहीं कि खुदा (सबसे) बेपरवाह (और) सज़ावार हम्द है