78أَطَّلَعَ الغَيبَ أَمِ اتَّخَذَ عِندَ الرَّحمٰنِ عَهدًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदक्या उसने परोक्ष को झाँककर देख लिया है, या रहमान से कोई वचन ले रखा है?