32وَبَرًّا بِوالِدَتي وَلَم يَجعَلني جَبّارًا شَقِيًّاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर अपनी माँ का हक़ अदा करनेवाला बनाया। और उसने मुझे सरकश और बेनसीब नहीं बनाया