14اقرَأ كِتابَكَ كَفىٰ بِنَفسِكَ اليَومَ عَلَيكَ حَسيبًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"पढ़ ले अपनी किताब (कर्मपत्र)! आज तू स्वयं ही अपना हिसाब लेने के लिए काफ़ी है।"