55لِيَكفُروا بِما آتَيناهُم ۚ فَتَمَتَّعوا ۖ فَسَوفَ تَعلَمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकि परिणामस्वरूप जो कुछ हमने उन्हें दिया है उसके प्रति कृतघ्नता दिखलाएँ। अच्छा, कुछ मज़े ले लो, शीघ्र ही तुम्हें मालूम हो जाएगा