48لا يَمَسُّهُم فيها نَصَبٌ وَما هُم مِنها بِمُخرَجينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीउनको बेहश्त में तकलीफ छुएगी भी तो नहीं और न कभी उसमें से निकाले जाएँगें