49۞ نَبِّئ عِبادي أَنّي أَنَا الغَفورُ الرَّحيمُफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ऐ रसूल) मेरे बन्दों को आगाह करो कि बेशक मै बड़ा बख्शने वाला मेहरबान हूँ