103وَما أَكثَرُ النّاسِ وَلَو حَرَصتَ بِمُؤمِنينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतुम उनके पास मौजूद न थे और कितने ही चाहो मगर बहुतेरे लोग ईमान लाने वाले नहीं हैं