56إِنّي تَوَكَّلتُ عَلَى اللَّهِ رَبّي وَرَبِّكُم ۚ ما مِن دابَّةٍ إِلّا هُوَ آخِذٌ بِناصِيَتِها ۚ إِنَّ رَبّي عَلىٰ صِراطٍ مُستَقيمٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदमेरा भरोसा तो अल्लाह, अपने रब और तुम्हारे रब, पर है। चलने-फिरनेवाला जो प्राणी भी है, उसकी चोटी तो उसी के हाथ में है। निस्संदेह मेरा रब सीधे मार्ग पर है