196إِنَّ وَلِيِّيَ اللَّهُ الَّذي نَزَّلَ الكِتابَ ۖ وَهُوَ يَتَوَلَّى الصّالِحينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदनिश्चय ही मेरा संरक्षक मित्र अल्लाह है, जिसने यह किताब उतारी और वह अच्छे लोगों का संरक्षण करता है