You are here: Home » Chapter 6 » Verse 7 » Translation
Sura 6
Aya 7
7
وَلَو نَزَّلنا عَلَيكَ كِتابًا في قِرطاسٍ فَلَمَسوهُ بِأَيديهِم لَقالَ الَّذينَ كَفَروا إِن هٰذا إِلّا سِحرٌ مُبينٌ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और यदि हम तुम्हारे ऊपर काग़ज़ में लिखी-लिखाई किताब भी उतार देते और उसे लोग अपने हाथों से छू भी लेते तब भी, जिन्होंने इनकार किया है, वे यही कहते, "यह तो बस एक खुला जादू हैं।"