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Sura 47
Aya 2
2
وَالَّذينَ آمَنوا وَعَمِلُوا الصّالِحاتِ وَآمَنوا بِما نُزِّلَ عَلىٰ مُحَمَّدٍ وَهُوَ الحَقُّ مِن رَبِّهِم ۙ كَفَّرَ عَنهُم سَيِّئَاتِهِم وَأَصلَحَ بالَهُم

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

और जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अच्छे (अच्छे) काम किए और जो (किताब) मोहम्मद पर उनके परवरदिगार की तरफ से नाज़िल हुई है और वह बरहक़ है उस पर ईमान लाए तो ख़ुदा ने उनके गुनाह उनसे दूर कर दिए और उनकी हालत संवार दी