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Sura 43
Aya 50
50
فَلَمّا كَشَفنا عَنهُمُ العَذابَ إِذا هُم يَنكُثونَ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

फिर जब भी हम उनपर ले यातना हटा देते है, तो क्या देखते है कि वे प्रतिज्ञा-भंग कर रहे है