84إِذ جاءَ رَبَّهُ بِقَلبٍ سَليمٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजब वह अपने परवरदिगार (कि इबादत) की तरफ (पहलू में) ऐसा दिल लिए हुए बढ़े जो (हर ऐब से पाक था