137وَإِنَّكُم لَتَمُرّونَ عَلَيهِم مُصبِحينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर निस्संदेह तुम उनपर (उनके क्षेत्र) से गुज़रते हो कभी प्रातः करते हुए