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Sura 31
Aya 23
23
وَمَن كَفَرَ فَلا يَحزُنكَ كُفرُهُ ۚ إِلَينا مَرجِعُهُم فَنُنَبِّئُهُم بِما عَمِلوا ۚ إِنَّ اللَّهَ عَليمٌ بِذاتِ الصُّدورِ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और जिस किसी ने इनकार किया तो उसका इनकार तुम्हें शोकाकुल न करे। हमारी ही ओर तो उन्हें पलटकर आना है। फिर जो कुछ वे करते रहे होंगे, उससे हम उन्हें अवगत करा देंगे। निस्संदेह अल्लाह सीनों की बात तक जानता है