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Sura 25
Aya 37
37
وَقَومَ نوحٍ لَمّا كَذَّبُوا الرُّسُلَ أَغرَقناهُم وَجَعَلناهُم لِلنّاسِ آيَةً ۖ وَأَعتَدنا لِلظّالِمينَ عَذابًا أَليمًا

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

और नूह की क़ौम को भी, जब उन्होंने रसूलों को झुठलाया तो हमने उन्हें डुबा दिया और लोगों के लिए उन्हें एक निशानी बना दिया, और उन ज़ालिमों के लिए हमने एक दुखद यातना तैयार कर रखी है