You are here: Home » Chapter 23 » Verse 55 » Translation
Sura 23
Aya 55
55
أَيَحسَبونَ أَنَّما نُمِدُّهُم بِهِ مِن مالٍ وَبَنينَ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

क्या ये लोग ये ख्याल करते है कि हम जो उन्हें माल और औलाद में तरक्क़ी दे रहे है तो हम उनके साथ भलाईयाँ करने में जल्दी कर रहे है