38هٰذا يَومُ الفَصلِ ۖ جَمَعناكُم وَالأَوَّلينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"यह फ़ैसले का दिन है, हमने तुम्हें भी और पहलों को भी इकट्ठा कर दिया