18فَإِذا قَرَأناهُ فَاتَّبِع قُرآنَهُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो जब हम उसको (जिबरील की ज़बानी) पढ़ें तो तुम भी (पूरा) सुनने के बाद इसी तरह पढ़ा करो