7إِنَّ لَكَ فِي النَّهارِ سَبحًا طَويلًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदनिश्चय ही तुम्हार लिए दिन में भी (तसबीह की) बड़ी गुंजाइश है। -