5إِنّا سَنُلقي عَلَيكَ قَولًا ثَقيلًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीहम अनक़रीब तुम पर एक भारी हुक्म नाज़िल करेंगे इसमें शक़ नहीं कि रात को उठना