18السَّماءُ مُنفَطِرٌ بِهِ ۚ كانَ وَعدُهُ مَفعولًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजिस दिन आसमान फट पड़ेगा (ये) उसका वायदा पूरा होकर रहेगा