18السَّماءُ مُنفَطِرٌ بِهِ ۚ كانَ وَعدُهُ مَفعولًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदआकाश उसके कारण फटा पड़ रहा है, उसका वादा तो पूरा ही होना है