9وَأَنّا كُنّا نَقعُدُ مِنها مَقاعِدَ لِلسَّمعِ ۖ فَمَن يَستَمِعِ الآنَ يَجِد لَهُ شِهابًا رَصَدًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर ये कि पहले हम वहाँ बहुत से मक़ामात में (बातें) सुनने के लिए बैठा करते थे मगर अब कोई सुनना चाहे तो अपने लिए शोले तैयार पाएगा