You are here: Home » Chapter 72 » Verse 5 » Translation
Sura 72
Aya 5
5
وَأَنّا ظَنَنّا أَن لَن تَقولَ الإِنسُ وَالجِنُّ عَلَى اللَّهِ كَذِبًا

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

"और यह कि हमने समझ रखा था कि मनुष्य और जिन्न अल्लाह के विषय में कभी झूठ नहीं बोलते