25قالَ فيها تَحيَونَ وَفيها تَموتونَ وَمِنها تُخرَجونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीख़ुदा ने (ये भी) फरमाया कि तुम ज़मीन ही में जिन्दगी बसर करोगे और इसी में मरोगे