21وَقاسَمَهُما إِنّي لَكُما لَمِنَ النّاصِحينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर उन दोनों के सामने क़समें खायीं कि मैं यक़ीनन तुम्हारा ख़ैर ख्वाह हूँ