183وَأُملي لَهُم ۚ إِنَّ كَيدي مَتينٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदमैं तो उन्हें ढील दिए जा रहा हूँ। निश्चय ही मेरी चाल अत्यन्त सुदृढ़ है