174وَكَذٰلِكَ نُفَصِّلُ الآياتِ وَلَعَلَّهُم يَرجِعونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर हम यूँ अपनी आयतों को तफसीलदार बयान करते हैं और ताकि वह लोग (अपनी ग़लती से) बाज़ आएं