41وَما هُوَ بِقَولِ شاعِرٍ ۚ قَليلًا ما تُؤمِنونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर ये किसी शायर की तुक बन्दी नहीं तुम लोग तो बहुत कम ईमान लाते हो