52وَما هُوَ إِلّا ذِكرٌ لِلعالَمينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर कहते हैं कि ये तो सिड़ी हैं और ये (क़ुरान) तो सारे जहाँन की नसीहत है