51وَإِن يَكادُ الَّذينَ كَفَروا لَيُزلِقونَكَ بِأَبصارِهِم لَمّا سَمِعُوا الذِّكرَ وَيَقولونَ إِنَّهُ لَمَجنونٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर कुफ्फ़ार जब क़ुरान को सुनते हैं तो मालूम होता है कि ये लोग तुम्हें घूर घूर कर (राह रास्त से) ज़रूर फिसला देंगे