25وَيَقولونَ مَتىٰ هٰذَا الوَعدُ إِن كُنتُم صادِقينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर कुफ्फ़ार कहते हैं कि अगर तुम सच्चे हो तो (आख़िर) ये वायदा कब (पूरा) होगा