21أَمَّن هٰذَا الَّذي يَرزُقُكُم إِن أَمسَكَ رِزقَهُ ۚ بَل لَجّوا في عُتُوٍّ وَنُفورٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदया वह कौन है जो तुम्हें रोज़ी दे, यदि वह अपनी रोज़ी रोक ले? नहीं, बल्कि वे तो सरकशी और नफ़रत ही पर अड़े हुए है