7هُمُ الَّذينَ يَقولونَ لا تُنفِقوا عَلىٰ مَن عِندَ رَسولِ اللَّهِ حَتّىٰ يَنفَضّوا ۗ وَلِلَّهِ خَزائِنُ السَّماواتِ وَالأَرضِ وَلٰكِنَّ المُنافِقينَ لا يَفقَهونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीये वही लोग तो हैं जो (अन्सार से) कहते हैं कि जो (मुहाजिरीन) रसूले ख़ुदा के पास रहते हैं उन पर ख़र्च न करो यहाँ तक कि ये लोग ख़ुद तितर बितर हो जाएँ हालॉकि सारे आसमान और ज़मीन के ख़ज़ाने ख़ुदा ही के पास हैं मगर मुनाफेक़ीन नहीं समझते