2الَّذينَ يُظاهِرونَ مِنكُم مِن نِسائِهِم ما هُنَّ أُمَّهاتِهِم ۖ إِن أُمَّهاتُهُم إِلَّا اللّائي وَلَدنَهُم ۚ وَإِنَّهُم لَيَقولونَ مُنكَرًا مِنَ القَولِ وَزورًا ۚ وَإِنَّ اللَّهَ لَعَفُوٌّ غَفورٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतुममें से जो लोग अपनी स्त्रियों से ज़िहार करते हैं, उनकी माएँ वे नहीं है, उनकी माएँ तो वही है जिन्होंने उनको जन्म दिया है। यह अवश्य है कि वे लोग एक अनुचित बात और झूठ कहते है। और निश्चय ही अल्लाह टाल जानेवाला अत्यन्त क्षमाशील है