31إِنّا أَرسَلنا عَلَيهِم صَيحَةً واحِدَةً فَكانوا كَهَشيمِ المُحتَظِرِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदहमने उनपर एक धमाका छोड़ा, फिर वे बाड़ लगानेवाले की रौंदी हुई बाड़ की तरह चूरा होकर रह गए