15وَلَقَد تَرَكناها آيَةً فَهَل مِن مُدَّكِرٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदहमने उसे एक निशानी बनाकर छोड़ दिया; फिर क्या कोई नसीहत हासिल करनेवाला?