31فَبَعَثَ اللَّهُ غُرابًا يَبحَثُ فِي الأَرضِ لِيُرِيَهُ كَيفَ يُواري سَوءَةَ أَخيهِ ۚ قالَ يا وَيلَتا أَعَجَزتُ أَن أَكونَ مِثلَ هٰذَا الغُرابِ فَأُوارِيَ سَوءَةَ أَخي ۖ فَأَصبَحَ مِنَ النّادِمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतब अल्लाह ने एक कौआ भेजा जो भूमि कुरेदने लगा, ताकि उसे दिखा दे कि वह अपने भाई के शव को कैसे छिपाए। कहने लगा, "अफ़सोस मुझ पर! क्या मैं इस कौए जैसा भी न हो सका कि अपने भाई का शव छिपा देता?" फिर वह लज्जित हुआ