21وَأُخرىٰ لَم تَقدِروا عَلَيها قَد أَحاطَ اللَّهُ بِها ۚ وَكانَ اللَّهُ عَلىٰ كُلِّ شَيءٍ قَديرًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर दूसरी (ग़नीमतें भी दी) जिन पर तुम क़ुदरत नहीं रखते थे (और) ख़ुदा ही उन पर हावी था और ख़ुदा तो हर चीज़ पर क़ादिर है